गति क्या है?(What is Motion?)
जब कोई वस्तु समय के साथ अपनी स्थिति बदलती है, तब समय के साथ उसकी स्थिति में बदलाव को ही गति कहते है।
गति के प्रकार (Types of Motion)
यह कई प्रकार की हो सकती है जिनमें से कुछ इस प्रकार है -
• अनियमित गति (Random Motion)
जब कोई वस्तु अपनी दिशा निरन्तर बदलते हुए गति करे, तो उसकी गति को अनियमित गति कहते है। जैसे - फूलों पर मँडराने वाली तितलियों की गति।
• एकसमान वृत्तीय गति (Uniform Circular Motion)
जब कोई वस्तु वृत्तीय पथ पर समान समयान्तराल में समान दूरी तय करते हुए गति करे, तो उसकी गति को एकसमान वृत्तीय गति कहते है। जैसे - सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति।
• वृत्तीय अथवा घूर्णन गति (Circular Or Rotatory Motion)
जब कोई वस्तु वृत्तीय पथ पर घूमते हुए गति करे, तो उसकी गति को वृत्तीय अथवा घूर्णन गति कहते है। जैसे - पृथ्वी की गति, लट्टू की गति।
• दोलन अथवा कम्पन गति (Oscillatory Or Vibratory Motion)
जब कोई वस्तु अपने मार्ग के किसी नियत बिन्दु के इधर-उधर अथवा ऊपर-नीचे गति करे, तो उसकी गति को दोलनीय अथवा कम्पन गति कहते है। जैसे - सरल लोलक की गति, झूले की गति।
• रेखीय अथवा स्थानांतरीय गति (Linear Or Translatory Motion)
जब कोई वस्तु एक सीधी रेखा में गति करे, तो उसकी गति को रेखीय अथवा स्थानांतरीय गति कहते है। जैसे - चलती हुई कार की गति, पेड़ से गिरते हुए फल की गति।
गति के समीकरण (Equations of Motion)
• गति का प्रथम समीकरण (First Equation of Motion)
v = u + at
जहाँ v = वस्तु का अन्तिम वेग, u = वस्तु का प्रारम्भिक वेग, a = त्वरण, t = समय
जहाँ v = वस्तु का अन्तिम वेग, u = वस्तु का प्रारम्भिक वेग, a = त्वरण, t = समय
• गति का द्वितीय समीकरण (Second Equation of Motion)
s = ut + (1/2) at2जहाँ s = वस्तु द्वारा तय की गई दूरी, u = वस्तु का प्रारम्भिक वेग, a = त्वरण, t = समय
• गति का तृतीय समीकरण (Third Equation of Motion)
v2= u2+ 2asजहाँ v = वस्तु का अन्तिम वेग, u = वस्तु का प्रारम्भिक वेग, a = त्वरण, s = वस्तु द्वारा तय की गई दूरी
एकसमान गति और असमान गति (Uniform Motion and Non-Uniform Motion)
• एकसमान गति (Uniform Motion)
जब कोई वस्तु किसी निश्चित दिशा में समान समयान्तराल में समान दूरी तय करते हुए गति करे, तो उसकी गति को एकसमान गति कहते है।
• असमान गति (Non-Uniform Motion)
जब कोई वस्तु समान समयान्तराल में भिन्न-2 दूरी तय करते हुए गति करे, तो उसकी गति को असमान गति कहते है।
न्यूटन के गति के नियम (Newton's Law of Motion)
• प्रथम नियम (First Law)
यदि कोई वस्तु विरामावस्था में है तो वह तब तक विरामावस्था में ही रहेगी, जब तक उस पर बाहरी बल लगाकर गतिशील न किया जाए और यदि वह वस्तु गतिशील अवस्था में है तो वह तब तक गतिशील अवस्था में ही रहेगी, जब तक उस पर बाहरी बल लगाकर विरामावस्था में न किया जाए। इस नियम को जड़त्व का नियम (Law Of Inertia) भी कहा जाता है।
उदाहरण -
हथौड़े को हत्थे में कसने के लिए हत्थे को तेजी से जमीन पर मारना।
गिलास पर रखे गत्ते को अचानक हटा देने पर उसके ऊपर रखे सिक्के का गिलास में गिर जाना।
उदाहरण -
हथौड़े को हत्थे में कसने के लिए हत्थे को तेजी से जमीन पर मारना।
गिलास पर रखे गत्ते को अचानक हटा देने पर उसके ऊपर रखे सिक्के का गिलास में गिर जाना।
• द्वितीय नियम (Second Law)
किसी वस्तु पर बाहर से लगाया गया बल, उस वस्तु के द्रव्यमान और उस वस्तु में बल की दिशा में उत्पन्न त्वरण के गुणनफल के बराबर होता है।
उदाहरण -
बंदूक से चली गोली का शरीर में घुस जाना।
क्रिकेट की गेंद पकड़ते समय खिलाड़ी का अपने हाथ पीछे की ओर खींचना।
F = ma
उदाहरण -
बंदूक से चली गोली का शरीर में घुस जाना।
क्रिकेट की गेंद पकड़ते समय खिलाड़ी का अपने हाथ पीछे की ओर खींचना।
• तृतीय नियम (Third Law)
प्रत्येक क्रिया की उसके बराबर, किन्तु विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है। इस नियम को क्रिया-प्रतिक्रिया का नियम (Law of Action-Reaction) भी कहा जाता है।
उदाहरण -
रॉकेट प्रक्षेपण की प्रक्रिया।
बंदूक से गोली चलाने पर पीछे की ओर झटका लगना।
उदाहरण -
रॉकेट प्रक्षेपण की प्रक्रिया।
बंदूक से गोली चलाने पर पीछे की ओर झटका लगना।
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