पृष्ठ तनाव क्या है? (What is Surface Tension?)

यह किसी द्रव के पृष्ठ पर खींची गई किसी काल्पनिक रेखा की एकांक लम्बाई पर पृष्ठ के तल में तथा रेखा के लम्बरूप कार्य कर रहे बल के बराबर होता है।

T =
F
L

विमा – M1L0T–2
मात्रक – न्यूटन/मीटर

किसी द्रव का पृष्ठ तनाव द्रव की प्रकृति, ताप तथा उस माध्यम पर निर्भर करता है जो द्रव में पृष्ठ के दूसरी ओर होता है। द्रव का ताप बढ़ने पर, द्रव का पृष्ठ तनाव घट जाता है और क्रान्तिक ताप पर यह शून्य हो जाता है।

पृष्ठ तनाव को प्रभावित करने वाले कारक (Factors Affecting to Surface Tension)

पृष्ठ तनाव को मुख्य रूप से तीन कारक प्रभावित करते है जिनका उल्लेख निम्न प्रकार से किया गया है –

• संदूषण का प्रभाव (Effect of Contamination)

यदि द्रव की सतह पर धूल, कोई चिकनाई जैसे - तेल हो तो इससे द्रव का पृष्ठ तनाव घट जाता है।

• विलेय का प्रभाव (Effect of Solute)

यदि विलेयक बहुत घुलनशील है तो द्रव (जल) का पृष्ठ तनाव बढ़ जाता है। जैसे - जल में नमक डालने पर जल का पृष्ठ तनाव बढ़ जाता है।
यदि विलेयक कम घुलनशील है तो द्रव (जल) का पृष्ठ तनाव घट जाता है। जैसे - जल में साबुन (या फिनोल) डालने पर जल का पृष्ठ तनाव घट जाता है।

• ताप का प्रभाव (Effect of Temperature)

ताप बढ़ने पर द्रव के अणुओं के बीच संसजक बल का मान घट जाता है अत: द्रव का पृष्ठ तनाव भी घट जाता है।

पृष्ठ तनाव का दैनिक जीवन में अनुप्रयोग (Application of Surface Tension in daily life)

• सुई का जल पर तैरना।
• जल के पृष्ठ पर कपूर के टुकड़ों का नाचना।
• पारे की छोटी बूँदे गोल तथा बड़ी बूँदे चपटी होना।
• गर्म सूप का ठण्डे सूप की अपेक्षा अधिक स्वादिष्ट लगना।
• साधारण जल की अपेक्षा साबुन घुले जल में कपड़े अधिक साफ होना।
• काँच की नली के सिरों का बर्नर की ज्वाला में गर्म होने पर गोल हो जाना।
• पानी पर तैरते हुए मच्छरों के लार्वा का मिट्टी का तेल डालते ही डूब जाना।
• साधारण जल की अपेक्षा साबुन घुले जल में अधिक बड़े बुलबुलों का बनना।
• शेविंग ब्रश को जल से निकालने पर उसके बालों का आपस में चिपक जाना।