अधिवृक्क ग्रन्थि (Adrenal Gland)

• कॉर्टेक्स (Cortex)

हार्मोन का नाम

प्रमुख तथ्य

Gloco Corticoid यह Anti Inflammatory हार्मोन है जो कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा के उपापचय को नियंत्रित करता है और साथ ही ग्लूकोस (Sugar) की मात्रा को बढ़ाता है। उदाहरण – Cortisol (इसके अति स्राव से Cushing Syndrome नामक रोग हो जाता है)
Mineralo Corticoid यह खनिजों के उपापचय को, सोडियम और पोटैशियम की मात्रा को नियंत्रित करता है। इसके अल्प स्रावण से Addison नामक रोग हो जाता है। उदाहरण – Aldosteron (इसके अति स्राव से Aldosteronism नामक रोग हो जाता है)
Sex Corticoid इसमें Androgen की मात्रा अधिक होती है जो पुरूषों के लक्षणों (जैसे - बालों के आने का प्रतिमान) को विकसित करने में सहायता करता है और साथ ही यौन आचरण को भी नियंत्रित करता है। इसके अति स्राव से Adrenal Virilism नामक रोग हो जाता है।

• मेडुला (Medulla)

हार्मोन का नाम

प्रमुख तथ्य

Nonepinephrine
(Nor-adrenaline)
यह रूधिर वाहिनियों को संकुचित करता है जिससे रक्त दाब में वृद्धि होती है।
Epinephrine
(Adrenaline)
इसका स्राव आपात स्थिति (जैसे - उत्तेजना, क्रोध, डर) में होता है जिससे हृदय की धड़कन व रक्तदाब बढ़ जाता है। उदाहरण – शरीर के बालों का खड़ा होना, आँख की पुतलियों का फैल जाना।

नोट : उपर्युक्त दोनों हार्मोन्स, लड़ो और उड़ो (Fight and Flight) कहलाते है।

अण्डाशय ग्रन्थि (Ovary Gland)

हार्मोन का नाम

प्रमुख तथ्य

Estrogen (i) यह Graafin Follicle के द्वारा स्रावित होता है। (ii) यह Ova को परिपक्व करता है। (iii) यह मादा में गर्भाशय, योनि, भगशिश्न व स्तन ग्रन्थि इत्यादि अंगों का विकास यौवन अवस्था में ही शुरू कर देता है। (iv) यह मादा में गौण लैंगिक लक्षणों (जैसे - पतली आवाज, चौड़ी कमर, वसायुक्त शरीर इत्यादि) को प्रेरित एवं विकसित करता है। (v) इसकी कमी से मादा में जनन क्षमता क्षीण होती है।
Progesterone (i) यह Corpus Luteum के द्वारा स्रावित होता है। (ii) यह दुग्ध ग्रन्थियों को सक्रिय करता है। (iii) यह Placenta के विकास में सहायक होता है। (iv) यह स्तन ग्रन्थियों के विकास को जारी रखता है। (v) यह निषेचन के बाद गर्भावस्था को नियंत्रित करता है।
Relaxin (i) यह Corpus Luteum के द्वारा गर्भावस्था के अन्तिम समय में स्रावित होता है। (ii) यह Public Symphysis नामक जोड़ तथा Ligament को लचीला बनाता है जिससे बच्चे के जन्म में आसानी होती है।

नोट : Estrogen और Progesterone हार्मोन्स, अण्डोत्सर्ग (Ovulation) के नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।

पराअवटु ग्रन्थि (Parathyroid Gland)

हार्मोन का नाम

प्रमुख तथ्य

Parathyroid यह कैल्शियम की मात्रा का नियमन करता है। इसके अल्प स्रावण से Osteoporosis नामक रोग हो जाता है।

पीयूष ग्रन्थि (Pituitary Or Master Gland)

हार्मोन का नाम

प्रमुख तथ्य

Adrenocortico-tropic यह Adrenal Gland के Cortex वाले भाग को नियंत्रित करता है।
Antidiuretic
(Vasopressin)
(i) यह मूत्र के सान्द्रण का कार्य करता है। इसकी कमी से मूत्र पतला तथा अधिकता से मूत्र गाढ़ा हो जाता है। (ii) यह छोटी-छोटी रक्त धमनियों का संकीर्णन करता है जिससे रक्तदाब बढ़ जाता है।
Gonatotropic यह जनन ग्रन्थियों की क्रियाशीलता को नियंत्रित करता है। इसके अन्तर्गत आने वाले हार्मोन निम्नलिखित है –
• Follicle Stimulating Hormone – (i) यह शुक्राणुओं (Sperms) के निर्माण में मदद करता है। (ii) अण्डाशय के Follicles की वृद्धि को नियंत्रित करता है।
• Luteiniging Hormone – यह जनन ग्रन्थियों से उत्सर्जित होने वाले हार्मोन के स्रवण को प्रेरित करता है। उदाहरण – Estrogen, Testosteron
Lactogenic
(Prolactin)
यह दुग्ध ग्रन्थियों को दुग्ध स्रावित करने के लिए प्रेरित करता है।
Oxytocin (i) यह मादाओं में प्रसव (Labour Pain) के समय गर्भाशयी पेशियों के संकुचन को प्रेरित करता है, जिस वजह से इसे Birth Hormone भी कहते है। (ii) यह शिशु के जन्म के बाद भी स्त्रियों के दुग्ध ग्रन्थियों से दुग्ध के स्राव को प्रेरित करता है, जिस वजह से इसे Milk Ejecting Hormone भी कहते है।
Somatotropic यह शारीरिक वृद्धि, विशेषकर हड्डियों की वृद्धि को नियंत्रित करता है। इसकी कमी से Dwarfism (Midgets) व Symond तथा अधिकता से Acromegaly व Gigantism नामक रोग हो जाता है।
Thyroid Stimulating
(Thyrotropic Or Thyrotropin)
यह Thyroid Gland से निकलने वाले हार्मोन के स्रवण को प्रेरित करता है।

थाइमस ग्रन्थि (Thymus Gland)

हार्मोन का नाम

प्रमुख तथ्य

Thymosin यह T- Lymphocytes के निर्माण में मदद करता है जो शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाता है। इसकी सक्रियता यौवन अवस्था में अधिक होती है।

अवटु ग्रन्थि (Thyroid Gland)

हार्मोन का नाम

प्रमुख तथ्य

Thyroxin (T4) यह उपापचयी क्रियाओं के नियंत्रण, शारीरिक और मानसिक बुद्धि के विकास में सहायक होता है। इसके अल्प स्रावण से Cretinism, Hypothyroidism व Myxoedema तथा अति स्रावण से Exophthalmic (Graves) Goitre, Toxic Goitre नामक रोग हो जाता है।

वृषण ग्रन्थि (Testes Gland)

हार्मोन का नाम

प्रमुख तथ्य

Testosteron (i) यह Semniferous Tubule में स्थित Interstitial Cells द्वारा स्रावित होता है। (ii) यह मैथुनेच्छा को नियंत्रित करता है। (iii) यह शुक्राणुओं (Sperms) के निर्माण में मदद करता है। (iv) यह नर के जनन अंगों के विकास में एवं उनकी वृद्धि में मदद करता है। (v) यह नर में गौण लैंगिक लक्षणों (जैसे - दाढ़ी, मूँछ, भारी आवाज, चौड़ा कंधा) को प्रेरित करता है। (vi) इसकी कमी से नर में नपुंसकता हो सकती है।