A Baker from Goa
Our elders are often heard reminiscing nostalgically about those good old Portuguese days, the Portuguese and their famous loaves of bread. Those eaters of loaves might have vanished but the makers are still there. We still have amongst us the mixers, the moulders and those who bake the loaves. Those age-old, timetested furnaces still exist. The fire in the furnaces has not yet been extinguished. The thud and jingle of the traditional baker’s bamboo, heralding his arrival in the morning, can still be heard in some places. Maybe the father is not alive but the son still carries on the family profession. These bakers are, even today, known as pader in Goa.
हमारे बुजुर्गों को अक्सर उन अच्छे पुराने पुर्तगाली दिनों, पुर्तगालियों और उनकी प्रसिद्ध ब्रेड के पावों के बारे में पुरानी यादें ताजा करते हुए सुना जाता है। वे पावों खाने वाले शायद ही गायब हो गये होंगे लेकिन बनाने वाले अभी भी वहाँ है। हमारे बीच अभी भी मिश्रण करने वाले, सांचे में डालने वाले, और वे जो पावों को सेकते है मौजूद है। वे सदियों पुरानी, समय-परीक्षणित भट्ठियाँ अभी भी मौजूद है। भट्ठियों में लगी आग अभी तक नहीं बुझी है। पारम्परिक बेकर के बांस की धम्म-धम्म और झंकार, प्रातःकाल में उनके आगमन का संकेत देते हुए, अभी भी कुछ स्थानों पर सुनी जा सकती है। हो सकता है पिता जीवित न हो लेकिन पुत्र अभी भी पारिवारिक पेशे को आगे बढ़ाता है। ये बेकर (पाव बनाने वाले),आज भी, गोवा में पैडर के रूप में जाने जाते है।
हमारे बुजुर्गों को अक्सर उन अच्छे पुराने पुर्तगाली दिनों, पुर्तगालियों और उनकी प्रसिद्ध ब्रेड के पावों के बारे में पुरानी यादें ताजा करते हुए सुना जाता है। वे पावों खाने वाले शायद ही गायब हो गये होंगे लेकिन बनाने वाले अभी भी वहाँ है। हमारे बीच अभी भी मिश्रण करने वाले, सांचे में डालने वाले, और वे जो पावों को सेकते है मौजूद है। वे सदियों पुरानी, समय-परीक्षणित भट्ठियाँ अभी भी मौजूद है। भट्ठियों में लगी आग अभी तक नहीं बुझी है। पारम्परिक बेकर के बांस की धम्म-धम्म और झंकार, प्रातःकाल में उनके आगमन का संकेत देते हुए, अभी भी कुछ स्थानों पर सुनी जा सकती है। हो सकता है पिता जीवित न हो लेकिन पुत्र अभी भी पारिवारिक पेशे को आगे बढ़ाता है। ये बेकर (पाव बनाने वाले),आज भी, गोवा में पैडर के रूप में जाने जाते है।
During our childhood in Goa, the baker used to be our friend, companion and guide. He used to come at least twice a day. Once, when he set out in the morning on his selling round, and then again, when he returned after emptying his huge basket. The jingling thud of his bamboo woke us up from sleep and we ran to meet and greet him. Why was it so? Was it for the love of the loaf? Not at all. The loaves were bought by some Paskine or Bastine, the maid-servant of the house! What we longed for were those bread-bangles which we chose carefully. Sometimes it was sweet bread of special make.
गोवा में हमारे बचपन के दौरान, बेकर हमारा मित्र, साथी और मार्गदर्शक हुआ करता था। वह दिन में कम से कम दो बार तो आता था। एक बार, जब वह प्रातःकाल में अपनी बिक्री के लिए चक्कर लगाने रवाना होता, और तब दोबारा, जब वह अपनी विशाल टोकरी को खाली करने के बाद वापस लौटता। उसके बांस की झंकृत धम्म-धम्म हमें नींद से जगा देती थी और हम उससे मिलने और अभिवादन करने दौड़ पड़ते थे। ऐसा क्यों था? क्या ऐसा पाव के प्यार के लिए (कारण) था? बिल्कुल नहीं। पावों को तो पासकिन या बासतिन नामक घर की नौकरानियों के द्वारा खरीदा जाता था! हमें क्या चाहिए था वे ब्रेड-चूड़ियाँ जिन्हें हम सावधानीपूर्वक चुनते थे। कभी-कभी यह विशेष प्रकार से बनी मीठी ब्रेड होती थी।
गोवा में हमारे बचपन के दौरान, बेकर हमारा मित्र, साथी और मार्गदर्शक हुआ करता था। वह दिन में कम से कम दो बार तो आता था। एक बार, जब वह प्रातःकाल में अपनी बिक्री के लिए चक्कर लगाने रवाना होता, और तब दोबारा, जब वह अपनी विशाल टोकरी को खाली करने के बाद वापस लौटता। उसके बांस की झंकृत धम्म-धम्म हमें नींद से जगा देती थी और हम उससे मिलने और अभिवादन करने दौड़ पड़ते थे। ऐसा क्यों था? क्या ऐसा पाव के प्यार के लिए (कारण) था? बिल्कुल नहीं। पावों को तो पासकिन या बासतिन नामक घर की नौकरानियों के द्वारा खरीदा जाता था! हमें क्या चाहिए था वे ब्रेड-चूड़ियाँ जिन्हें हम सावधानीपूर्वक चुनते थे। कभी-कभी यह विशेष प्रकार से बनी मीठी ब्रेड होती थी।
The baker made his musical entry on the scene with the ‘jhang, jhang’ sound of his specially made bamboo staff. One hand supported the basket on his head and the other banged the bamboo on the ground. He would greet the lady of the house with "Good morning" and then place his basket on the vertical bamboo. We kids would be pushed aside with a mild rebuke and the loaves would be delivered to the servant. But we would not give up. We would climb a bench or the parapet and peep into the basket, somehow. I can still recall the typical fragrance of those loaves. Loaves for the elders and the bangles for the children. Then we did not even care to brush our teeth or wash our mouths properly. And why should we? Who would take the trouble of plucking the mango-leaf for the toothbrush? And why was it necessary at all? The tiger never brushed his teeth. Hot tea could wash and clean up everything so nicely, after all!
बेकर अपने विशेष रूप से निर्मित बांस के लट्टे से 'झंग, झंग' की आवाज के साथ उस स्थल पर संगीतमय प्रवेश करता था। एक हाथ उसके सिर पर रखी टोकरी को सहारा देता था और दूसरा हाथ बांस को जमीन पर बजाता रहता था। वह घर की महिला का अभिवादन "सुप्रभात" के साथ करता और तब अपनी टोकरी को खड़े बांस पर रख देता था। हम बच्चों को एक हल्की-सी डांट-फटकार के साथ एक तरफ धकेल दिया जाता और पावों को नौकरों तक पहुँचा दिया जाता। लेकिन हम हार मानने वाले नहीं थे। हम एक बेंच या मुंडेर पर चढ़ जाते और किसी न किसी तरह टोकरी के अन्दर झाँक लेते। मैं आज भी उन पावों की विशेष प्रकार की सुगन्ध को स्मरण कर सकता हूँ। बड़ों के लिए पाव और बच्चों के लिए चूड़ियाँ-पाव। तब हमें यहाँ तक अपने दांतों को साफ करने या ठीक से अपना मुँह धोने की परवाह भी नहीं थी। और हमें करनी भी क्यों चाहिए? टूथब्रश के लिए आम की पत्ती तोड़ने का कष्ट कौन उठायेगा? और यह आखिर क्यों आवश्यक था? बाघ अपने दांतों को कभी नहीं साफ करता। गर्म चाय हर चीज को इतनी अच्छी तरह से धो और साफ कर सकती है, आखिरकार!
बेकर अपने विशेष रूप से निर्मित बांस के लट्टे से 'झंग, झंग' की आवाज के साथ उस स्थल पर संगीतमय प्रवेश करता था। एक हाथ उसके सिर पर रखी टोकरी को सहारा देता था और दूसरा हाथ बांस को जमीन पर बजाता रहता था। वह घर की महिला का अभिवादन "सुप्रभात" के साथ करता और तब अपनी टोकरी को खड़े बांस पर रख देता था। हम बच्चों को एक हल्की-सी डांट-फटकार के साथ एक तरफ धकेल दिया जाता और पावों को नौकरों तक पहुँचा दिया जाता। लेकिन हम हार मानने वाले नहीं थे। हम एक बेंच या मुंडेर पर चढ़ जाते और किसी न किसी तरह टोकरी के अन्दर झाँक लेते। मैं आज भी उन पावों की विशेष प्रकार की सुगन्ध को स्मरण कर सकता हूँ। बड़ों के लिए पाव और बच्चों के लिए चूड़ियाँ-पाव। तब हमें यहाँ तक अपने दांतों को साफ करने या ठीक से अपना मुँह धोने की परवाह भी नहीं थी। और हमें करनी भी क्यों चाहिए? टूथब्रश के लिए आम की पत्ती तोड़ने का कष्ट कौन उठायेगा? और यह आखिर क्यों आवश्यक था? बाघ अपने दांतों को कभी नहीं साफ करता। गर्म चाय हर चीज को इतनी अच्छी तरह से धो और साफ कर सकती है, आखिरकार!
Marriage gifts are meaningless without the sweet bread known as the bol, just as a party or a feast loses its charm without bread. Not enough can be said to show how important a baker can be for a village. The lady of the house must prepare sandwiches on the occasion of her daughter’s engagement. Cakes and bolinhas are a must for Christmas as well as other festivals. Thus, the presence of the baker’s furnace in the village is absolutely essential.
वैवाहिक उपहार मीठी ब्रेड के बिना अर्थहीन है जिसे बोल के रूप में जाना जाता है, जैसे कि पार्टी या दावत ब्रेड के बिना अपना आकर्षण खो देती है। यह दिखाने के लिए पर्याप्त नहीं कहा जा सकता कि एक बेकर एक गाँव के लिए कितना महत्वपूर्ण हो सकता है। घर की महिला को अपनी बेटी की सगाई के अवसर पर सैंडविचें अवश्य तैयार करनी होती है। केक और बॉलिन्हाज क्रिसमस के साथ-साथ अन्य त्योहारों के लिए अत्यन्त आवश्यक है। इस प्रकार, गाँव में बेकर की भट्ठी की उपस्थिति बिल्कुल अनिवार्य है।
वैवाहिक उपहार मीठी ब्रेड के बिना अर्थहीन है जिसे बोल के रूप में जाना जाता है, जैसे कि पार्टी या दावत ब्रेड के बिना अपना आकर्षण खो देती है। यह दिखाने के लिए पर्याप्त नहीं कहा जा सकता कि एक बेकर एक गाँव के लिए कितना महत्वपूर्ण हो सकता है। घर की महिला को अपनी बेटी की सगाई के अवसर पर सैंडविचें अवश्य तैयार करनी होती है। केक और बॉलिन्हाज क्रिसमस के साथ-साथ अन्य त्योहारों के लिए अत्यन्त आवश्यक है। इस प्रकार, गाँव में बेकर की भट्ठी की उपस्थिति बिल्कुल अनिवार्य है।
The baker or bread-seller of those days had a peculiar dress known as the kabai. It was a singlepiece long frock reaching down to the knees. In our childhood we saw bakers wearing a shirt and trousers which were shorter than full-length ones and longer than half pants. Even today, anyone who wears a half pant which reaches just below the knees invites the comment that he is dressed like a pader!
उन दिनों के बेकर या ब्रेड-विक्रेता की एक विचित्र पोशाक होती थी जिसे कबाई के रूप में जाना जाता था। यह घुटनों तक पहुँचने वाली एक ही टुकड़े की लम्बी फ्रॉक थी। अपने बचपन में हमने बेकर्स को एक कमीज और पैजामे पहने देखा था जो कि पूरी-लम्बाई से छोटे और आधी पैंट से लम्बे होते थे। आज भी, कोई भी जो हाफ पैंट पहनता है जो कि बस घुटनों से थोड़ा नीचे तक पहुँचती है, ऐसी टिप्पणी आमंत्रित करता है कि उसने एक पैडर जैसी पोशाक पहनी है!
उन दिनों के बेकर या ब्रेड-विक्रेता की एक विचित्र पोशाक होती थी जिसे कबाई के रूप में जाना जाता था। यह घुटनों तक पहुँचने वाली एक ही टुकड़े की लम्बी फ्रॉक थी। अपने बचपन में हमने बेकर्स को एक कमीज और पैजामे पहने देखा था जो कि पूरी-लम्बाई से छोटे और आधी पैंट से लम्बे होते थे। आज भी, कोई भी जो हाफ पैंट पहनता है जो कि बस घुटनों से थोड़ा नीचे तक पहुँचती है, ऐसी टिप्पणी आमंत्रित करता है कि उसने एक पैडर जैसी पोशाक पहनी है!
The baker usually collected his bills at the end of the month. Monthly accounts used to be recorded on some wall in pencil. Baking was indeed a profitable profession in the old days. The baker and his family never starved. He, his family and his servants always looked happy and prosperous. Their plump physique was an open testimony to this. Even today any person with a jackfruit-like physical appearance is easily compared to a baker.
बेकर आमतौर पर महीने के अन्त में अपना बिल एकत्र करते थे। मासिक हिसाब-किताब किसी दीवार पर पेन्सिल में दर्ज रहता था। पाव बनाना पुराने दिनों में सचमुच एक लाभदायक पेशा था। बेकर और उसका परिवार कभी भूखा नहीं मरता था। वह, उसका परिवार और उसके नौकर हमेशा खुश और समृद्ध दिखते थे। उनका भरा हुआ (मोटा) शारीरिक गठन इसका खुला प्रमाण था। यहाँ तक कि आज भी कटहल के फल जैसी शारीरिक दिखावट वाले किसी भी व्यक्ति की तुलना आसानी से एक बेकर से की जाती है।
बेकर आमतौर पर महीने के अन्त में अपना बिल एकत्र करते थे। मासिक हिसाब-किताब किसी दीवार पर पेन्सिल में दर्ज रहता था। पाव बनाना पुराने दिनों में सचमुच एक लाभदायक पेशा था। बेकर और उसका परिवार कभी भूखा नहीं मरता था। वह, उसका परिवार और उसके नौकर हमेशा खुश और समृद्ध दिखते थे। उनका भरा हुआ (मोटा) शारीरिक गठन इसका खुला प्रमाण था। यहाँ तक कि आज भी कटहल के फल जैसी शारीरिक दिखावट वाले किसी भी व्यक्ति की तुलना आसानी से एक बेकर से की जाती है।
Coorg
Midway between Mysore and the coastal town of Mangalore sits a piece of heaven that must have drifted from the kingdom of god. This land of rolling hills is inhabited by a proud race of martial men, beautiful women and wild creatures.
मैसूर और मैंगलोर के तटवर्ती कस्बे के बीच में स्वर्ग का एक भाग स्थित है जो अवश्य ही भगवान के राज्य से बहकर आया होगा। घुमावदार पहाड़ियों की यह भूमि लड़ाकू पुरूषों, सुन्दर महिलाओं और जंगली प्राणियों की एक गौरवशाली जाति के द्वारा बसाई गई है।
मैसूर और मैंगलोर के तटवर्ती कस्बे के बीच में स्वर्ग का एक भाग स्थित है जो अवश्य ही भगवान के राज्य से बहकर आया होगा। घुमावदार पहाड़ियों की यह भूमि लड़ाकू पुरूषों, सुन्दर महिलाओं और जंगली प्राणियों की एक गौरवशाली जाति के द्वारा बसाई गई है।
Coorg, or Kodagu, the smallest district of Karnataka, is home to evergreen rainforests, spices and coffee plantations. Evergreen rainforests cover thirty per cent of this district. During the monsoons, it pours enough to keep many visitors away. The season of joy commences from September and continues till March. The weather is perfect, with some showers thrown in for good measure. The air breathes of invigorating coffee. Coffee estates and colonial bungalows stand tucked under tree canopies in prime corners.
कुर्ग, या कोडागु, कर्नाटक का सबसे छोटा जिला, सदाबहार वर्षावनों, मसालों और कॉफी बागानों का घर है। सदाबहार वर्षावन इस जिले के तीस प्रतिशत भाग को घेरे हुये है। मानसून के दौरान, वर्षा काफी होती है जिससे कि कई आगंतुक दूर ही रहते है। आनंद का मौसम सितम्बर से शुरू होता है और मार्च तक जारी रहता है। मौसम उत्तम रहता है, कुछ बौछारों के अच्छी मात्रा में होने के साथ। वायु कॉफी की ऊर्जावान सुगन्ध से अनुप्राणित कर देती है। कॉफी भू-सम्पदा और औपनिवेशिक बंगले प्रमुख कोनों में वृक्ष रूपी शामियाने के नीचे सिमटे खड़े रहते है।
कुर्ग, या कोडागु, कर्नाटक का सबसे छोटा जिला, सदाबहार वर्षावनों, मसालों और कॉफी बागानों का घर है। सदाबहार वर्षावन इस जिले के तीस प्रतिशत भाग को घेरे हुये है। मानसून के दौरान, वर्षा काफी होती है जिससे कि कई आगंतुक दूर ही रहते है। आनंद का मौसम सितम्बर से शुरू होता है और मार्च तक जारी रहता है। मौसम उत्तम रहता है, कुछ बौछारों के अच्छी मात्रा में होने के साथ। वायु कॉफी की ऊर्जावान सुगन्ध से अनुप्राणित कर देती है। कॉफी भू-सम्पदा और औपनिवेशिक बंगले प्रमुख कोनों में वृक्ष रूपी शामियाने के नीचे सिमटे खड़े रहते है।
The fiercely independent people of Coorg are possibly of Greek or Arabic descent. As one story goes, a part of Alexander’s army moved south along the coast and settled here when return became impractical. These people married amongst the locals and their culture is apparent in the martial traditions, marriage and religious rites, which are distinct from the Hindu mainstream. The theory of Arab origin draws support from the long, black coat with an embroidered waist-belt worn by the Kodavus. Known as kuppia, it resembles the kuffia worn by the Arabs and the Kurds.
कुर्ग के उग्र आजाद लोग सम्भवतः ग्रीक या अरब के वंशज है। जैसा कि एक कहानी प्रचलित है, सिकंदर की सेना का एक भाग तट के सहारे दक्षिण की ओर चला गया और यहाँ बस गया जब वापसी अव्यावहारिक हो गई। इन लोगों ने स्थानीय लोगों के बीच विवाह किया और इनकी संस्कृति लड़ाकू परम्पराओं, विवाह और धार्मिक संस्कारों में स्पष्ट है, जो कि हिंदू मुख्यधारा से भिन्न है। अरब उद्गम का सिद्धान्त कोडावूस द्वारा पहने जाने वाले कसीदाकारी किये कमर-बंध लम्बे, काले कोट से समर्थन पाता है। कुप्पिया के रूप में जाना जाने वाला, यह अरबों और कुर्दों के द्वारा पहने जाने वाले कुफ्फिया से मिलता-जुलता है।
कुर्ग के उग्र आजाद लोग सम्भवतः ग्रीक या अरब के वंशज है। जैसा कि एक कहानी प्रचलित है, सिकंदर की सेना का एक भाग तट के सहारे दक्षिण की ओर चला गया और यहाँ बस गया जब वापसी अव्यावहारिक हो गई। इन लोगों ने स्थानीय लोगों के बीच विवाह किया और इनकी संस्कृति लड़ाकू परम्पराओं, विवाह और धार्मिक संस्कारों में स्पष्ट है, जो कि हिंदू मुख्यधारा से भिन्न है। अरब उद्गम का सिद्धान्त कोडावूस द्वारा पहने जाने वाले कसीदाकारी किये कमर-बंध लम्बे, काले कोट से समर्थन पाता है। कुप्पिया के रूप में जाना जाने वाला, यह अरबों और कुर्दों के द्वारा पहने जाने वाले कुफ्फिया से मिलता-जुलता है।
Coorgi homes have a tradition of hospitality, and they are more than willing to recount numerous tales of valour related to their sons and fathers. The Coorg Regiment is one of the most decorated in the Indian Army, and the first Chief of the Indian Army, General Cariappa, was a Coorgi. Even now, Kodavus are the only people in India permitted to carry firearms without a licence.
कुर्गी घरों में आतिथ्य-सत्कार एक परम्परा है, और वे अपने पुत्रों और पिताओं से सम्बन्धित वीरता की अनेक गाथाओं का वर्णन करने में आवश्यकता से अधिक इच्छुक रहते है। कुर्ग रेजिमेंट भारतीय सेना में सबसे सुशोभित रेजिमेंटों में से एक है, और भारतीय सेना के पहले प्रमुख, जनरल करियप्पा, एक कुर्गी थे। अब भी, कोडावूस भारत में एकमात्र ऐसे लोग है जिन्हें बिना लाइसेंस के आग्नेयास्त्र ले जाने की अनुमति है।
कुर्गी घरों में आतिथ्य-सत्कार एक परम्परा है, और वे अपने पुत्रों और पिताओं से सम्बन्धित वीरता की अनेक गाथाओं का वर्णन करने में आवश्यकता से अधिक इच्छुक रहते है। कुर्ग रेजिमेंट भारतीय सेना में सबसे सुशोभित रेजिमेंटों में से एक है, और भारतीय सेना के पहले प्रमुख, जनरल करियप्पा, एक कुर्गी थे। अब भी, कोडावूस भारत में एकमात्र ऐसे लोग है जिन्हें बिना लाइसेंस के आग्नेयास्त्र ले जाने की अनुमति है।
The river, Kaveri, obtains its water from the hills and forests of Coorg. Mahaseer – a large freshwater fish – abound in these waters. Kingfishers dive for their catch, while squirrels and langurs drop partially eaten fruit for the mischief of enjoying the splash and the ripple effect in the clear water. Elephants enjoy being bathed and scrubbed in the river by their mahouts.
नदी, कावेरी, अपना जल कुर्ग की पहाड़ियों और जंगलों से प्राप्त करती है। महासीर – शुद्ध जल की एक बड़ी मछली – इन जलों में बहुतायत है। किंगफिशर अपने शिकार के लिए गोता लगाते है, जबकि गिलहरियाँ और लंगूर आंशिक रूप से खाया हुआ फल गिरा देते है, साफ जल में छपाक और लहरीय प्रभाव का आनंद लेने की शरारत के लिए। हाथी नहलाये जाने का और उनके महावतों द्वारा नदी में उन्हें रगड़े जाने का आनंद लेते है।
नदी, कावेरी, अपना जल कुर्ग की पहाड़ियों और जंगलों से प्राप्त करती है। महासीर – शुद्ध जल की एक बड़ी मछली – इन जलों में बहुतायत है। किंगफिशर अपने शिकार के लिए गोता लगाते है, जबकि गिलहरियाँ और लंगूर आंशिक रूप से खाया हुआ फल गिरा देते है, साफ जल में छपाक और लहरीय प्रभाव का आनंद लेने की शरारत के लिए। हाथी नहलाये जाने का और उनके महावतों द्वारा नदी में उन्हें रगड़े जाने का आनंद लेते है।
The most laidback individuals become converts to the life of high-energy adventure with river rafting, canoeing, rappelling, rock climbing and mountain biking. Numerous walking trails in this region are a favourite with trekkers.
सबसे आरामपसन्द व्यक्ति भी रिवर राफ्टिंग, कैनोइंग, रैपलिंग, रॉक क्लाइम्बिंग और माउंटेन बाइकिंग के साथ जीवन के उच्च-ऊर्जावान साहसिक कार्य करने वालों में परिवर्तित हो जाता है। इस क्षेत्र में अनेक पैदल पगडंडियाँ पैदल चलने वालों की पसंदीदा है।
सबसे आरामपसन्द व्यक्ति भी रिवर राफ्टिंग, कैनोइंग, रैपलिंग, रॉक क्लाइम्बिंग और माउंटेन बाइकिंग के साथ जीवन के उच्च-ऊर्जावान साहसिक कार्य करने वालों में परिवर्तित हो जाता है। इस क्षेत्र में अनेक पैदल पगडंडियाँ पैदल चलने वालों की पसंदीदा है।
Birds, bees and butterflies are there to give you company. Macaques, Malabar squirrels, langurs and slender loris keep a watchful eye from the tree canopy. I do, however, prefer to step aside for wild elephants.
पक्षी, मधुमक्खियाँ और तितलियाँ वहाँ आपका साथ देने के लिए मौजूद है। मैकाक्स (लघु पुच्छ वानर), मालाबार गिलहरियाँ, लंगूर और स्लेन्डर लॉरिस (पतले लजीले वानर) वृक्ष रूपी शामियाने से चौकस नजर रखते है। मैं, हालांकि, जंगली हाथियों के लिए एक तरफ हटकर चलने को प्राथमिकता देता हूँ।
पक्षी, मधुमक्खियाँ और तितलियाँ वहाँ आपका साथ देने के लिए मौजूद है। मैकाक्स (लघु पुच्छ वानर), मालाबार गिलहरियाँ, लंगूर और स्लेन्डर लॉरिस (पतले लजीले वानर) वृक्ष रूपी शामियाने से चौकस नजर रखते है। मैं, हालांकि, जंगली हाथियों के लिए एक तरफ हटकर चलने को प्राथमिकता देता हूँ।
The climb to the Brahmagiri hills brings you into a panoramic view of the entire misty landscape of Coorg. A walk across the rope bridge leads to the sixty-four-acre island of Nisargadhama. Running into Buddhist monks from India’s largest Tibetan settlement, at nearby Bylakuppe, is a bonus. The monks, in red, ochre and yellow robes, are amongst the many surprises that wait to be discovered by visitors searching for the heart and soul of India, right here in Coorg.
ब्रह्मगिरि पहाड़ियों की चढ़ाई आपको कूर्ग के सम्पूर्ण धुंधले परिदृश्य के मनोरम दृश्य में ले आती है। रस्सों के पुल पर चलकर पार जाने से चौंसठ एकड़ के निसर्गधाम द्वीप तक पहुँचा जा सकता है। भारत के सबसे बड़े तिब्बती अधिवास से बौद्ध भिक्षुओं के पास पहुँचना, बाइलाकुप्पी के समीप, एक अधिलाभ है। भिक्षु, लाल, गेरूआ और पीली पोशाक में, उन कई आश्चर्यों में से एक है जो कि भारत के दिल और आत्मा की खोज करने वाले आगंतुकों द्वारा खोजे जाने की प्रतीक्षा करते है, यहीं कूर्ग में।
ब्रह्मगिरि पहाड़ियों की चढ़ाई आपको कूर्ग के सम्पूर्ण धुंधले परिदृश्य के मनोरम दृश्य में ले आती है। रस्सों के पुल पर चलकर पार जाने से चौंसठ एकड़ के निसर्गधाम द्वीप तक पहुँचा जा सकता है। भारत के सबसे बड़े तिब्बती अधिवास से बौद्ध भिक्षुओं के पास पहुँचना, बाइलाकुप्पी के समीप, एक अधिलाभ है। भिक्षु, लाल, गेरूआ और पीली पोशाक में, उन कई आश्चर्यों में से एक है जो कि भारत के दिल और आत्मा की खोज करने वाले आगंतुकों द्वारा खोजे जाने की प्रतीक्षा करते है, यहीं कूर्ग में।
Tea from Assam
"Chai-Garm... garam-chai," a vendor called out in a high-pitched voice.
"चाय-गरम... गरम-चाय," एक विक्रेता उच्च-स्वर वाली आवाज में पुकारने लगा।
"चाय-गरम... गरम-चाय," एक विक्रेता उच्च-स्वर वाली आवाज में पुकारने लगा।
He came up to their window and asked, "Chai, sa’ab?"
वह उनकी खिड़की तक आ गया और पूछने लगा, "चाय, साहब?"
वह उनकी खिड़की तक आ गया और पूछने लगा, "चाय, साहब?"
"Give us two cups," Pranjol said.
"हमें दो कप दे दो", प्रान्जोल ने कहा।
"हमें दो कप दे दो", प्रान्जोल ने कहा।
They sipped the steaming hot liquid. Almost everyone in their compartment was drinking tea too.
उन्होंने भाप देने वाले गरम तरल पदार्थ की चुस्कियाँ ली। लगभग सभी लोग उनके डिब्बे में चाय भी पी रहे थे।
उन्होंने भाप देने वाले गरम तरल पदार्थ की चुस्कियाँ ली। लगभग सभी लोग उनके डिब्बे में चाय भी पी रहे थे।
"Do you know that over eighty crore cups of tea are drunk every day throughout the world?" Rajvir said.
"क्या तुम जानते हो कि हर दिन दुनिया भर में चाय के अस्सी करोड़ से अधिक कप पीये जाते है?" राजवीर ने कहा।
"क्या तुम जानते हो कि हर दिन दुनिया भर में चाय के अस्सी करोड़ से अधिक कप पीये जाते है?" राजवीर ने कहा।
"Whew!" exclaimed Pranjol. "Tea really is very popular."
"वाह!" प्रान्जोल ने चिल्लाकर कहा। "चाय वास्तव में बहुत लोकप्रिय है।"
"वाह!" प्रान्जोल ने चिल्लाकर कहा। "चाय वास्तव में बहुत लोकप्रिय है।"
The train pulled out of the station. Pranjol buried his nose in his detective book again. Rajvir too was an ardent fan of detective stories, but at the moment he was keener on looking at the beautiful scenery.
रेलगाड़ी स्टेशन से बाहर निकल गई। प्रान्जोल ने अपनी नाक जासूसी किताब में दोबारा से गड़ा दी। राजवीर भी जासूसी कहानियों का प्रबल प्रशंसक था, लेकिन इस क्षण वह सुन्दर दृश्यों की ओर देखने को अधिक उत्सुक था।
रेलगाड़ी स्टेशन से बाहर निकल गई। प्रान्जोल ने अपनी नाक जासूसी किताब में दोबारा से गड़ा दी। राजवीर भी जासूसी कहानियों का प्रबल प्रशंसक था, लेकिन इस क्षण वह सुन्दर दृश्यों की ओर देखने को अधिक उत्सुक था।
It was green, green everywhere. Rajvir had never seen so much greenery before. Then the soft green paddy fields gave way to tea bushes.
यह हरा था, हर जगह हरा। राजवीर ने इतनी हरियाली पहले कभी नहीं देखी थी। तब नरम हरे धान के खेतों ने चाय की झाड़ियों को रास्ता दे दिया।
यह हरा था, हर जगह हरा। राजवीर ने इतनी हरियाली पहले कभी नहीं देखी थी। तब नरम हरे धान के खेतों ने चाय की झाड़ियों को रास्ता दे दिया।
It was a magnificent view. Against the backdrop of densely wooded hills a sea of tea bushes stretched as far as the eye could see. Dwarfing the tiny tea plants were tall sturdy shade-trees and amidst the orderly rows of bushes busily moved doll-like figures. In the distance was an ugly building with smoke billowing out of tall chimneys.
यह एक भव्य दृश्य था। घनी जंगली पहाड़ियों की पृष्ठभूमि में चाय की झाड़ियों का समुद्र दूर जहाँ तक आँखें देख सके, फैला हुआ था। छोटे चाय के पौधों को बौना करते हुए लम्बे, मजबूत, छायादार वृक्ष और झाड़ियों की व्यवस्थित कतारों के बीच में गुड़ियाँ जैसी हिलती आकृतियाँ थी। कुछ दूरी पर एक भद्दी इमारत थी जिसकी ऊँची चिमनियों से धुआँ लहराकर बाहर निकल रहा था।
यह एक भव्य दृश्य था। घनी जंगली पहाड़ियों की पृष्ठभूमि में चाय की झाड़ियों का समुद्र दूर जहाँ तक आँखें देख सके, फैला हुआ था। छोटे चाय के पौधों को बौना करते हुए लम्बे, मजबूत, छायादार वृक्ष और झाड़ियों की व्यवस्थित कतारों के बीच में गुड़ियाँ जैसी हिलती आकृतियाँ थी। कुछ दूरी पर एक भद्दी इमारत थी जिसकी ऊँची चिमनियों से धुआँ लहराकर बाहर निकल रहा था।
"Hey, a tea garden!" Rajvir cried excitedly.
"अरे, एक चाय बागान!" राजवीर उत्साहपूर्वक चिल्लाया।
"अरे, एक चाय बागान!" राजवीर उत्साहपूर्वक चिल्लाया।
Pranjol, who had been born and brought up on a plantation, didn’t share Rajvir’s excitement.
प्रान्जोल, जो इन्हीं बागानों में जन्मा था और बड़ा हुआ था, ने राजवीर की उत्तेजना को साझा नहीं किया।
प्रान्जोल, जो इन्हीं बागानों में जन्मा था और बड़ा हुआ था, ने राजवीर की उत्तेजना को साझा नहीं किया।
"Oh, this is tea country now," he said. "Assam has the largest concentration of plantations in the world. You will see enough gardens to last you a lifetime!"
"ओह, यह चाय का देश है अब," उसने कहा। "असम दुनियाभर में वृक्षारोपण का सबसे बड़ा केन्द्रीकरण है। आप पर्याप्त बागानों को देखेंगे जो आपके जीवनभर समाप्त नहीं होंगे!"
"ओह, यह चाय का देश है अब," उसने कहा। "असम दुनियाभर में वृक्षारोपण का सबसे बड़ा केन्द्रीकरण है। आप पर्याप्त बागानों को देखेंगे जो आपके जीवनभर समाप्त नहीं होंगे!"
"I have been reading as much as I could about tea," Rajvir said. "No one really knows who discovered tea but there are many legends."
"मैं चाय के बारे में जितना पढ़ सकता था पढ़ रहा हूँ," राजवीर ने कहा। "कोई नहीं वास्तव में जानता कि चाय की खोज किसने की लेकिन यहाँ कई किंवदंतियाँ है।"
"मैं चाय के बारे में जितना पढ़ सकता था पढ़ रहा हूँ," राजवीर ने कहा। "कोई नहीं वास्तव में जानता कि चाय की खोज किसने की लेकिन यहाँ कई किंवदंतियाँ है।"
"What legends?"
"क्या किंवदंतियाँ?"
"क्या किंवदंतियाँ?"
"Well, there’s the one about the Chinese emperor who always boiled water before drinking it. One day a few leaves of the twigs burning under the pot fell into the water giving it a delicious flavour. It is said they were tea leaves."
"ठीक है, एक तो है चीनी सम्राट के बारे में जो हमेशा पानी पीने से पहले उसे उबालते थे। एक दिन बर्तन के नीचे जल रही टहनियों की कुछ पत्तियाँ जल में गिर गई जिसने इसे एक स्वादिष्ट स्वाद दिया। यह कहा जाता है कि वे चाय की पत्तियाँ थी।"
"ठीक है, एक तो है चीनी सम्राट के बारे में जो हमेशा पानी पीने से पहले उसे उबालते थे। एक दिन बर्तन के नीचे जल रही टहनियों की कुछ पत्तियाँ जल में गिर गई जिसने इसे एक स्वादिष्ट स्वाद दिया। यह कहा जाता है कि वे चाय की पत्तियाँ थी।"
"Tell me another!" scoffed Pranjol.
"मुझे दूसरी बताओ!" प्रान्जोल ने उपहास किया।
"मुझे दूसरी बताओ!" प्रान्जोल ने उपहास किया।
"We have an Indian legend too. Bodhidharma, an ancient Buddhist ascetic, cut off his eyelids because he felt sleepy during meditations. Ten tea plants grew out of the eyelids. The leaves of these plants when put in hot water and drunk banished sleep."
"हमारे पास एक भारतीय किंवदंती भी है। बोधिधर्म, एक प्राचीन बौद्ध भिक्षु, ने अपनी पलकें काट ली क्योंकि ध्यान के दौरान उसे नींद महसूस होती थी। पलकों से दस चाय के पौधे उग आये। इन पौधों की पत्तियों को जब गर्म जल में डाला गया और पीने से नींद गायब हो गई।"
"हमारे पास एक भारतीय किंवदंती भी है। बोधिधर्म, एक प्राचीन बौद्ध भिक्षु, ने अपनी पलकें काट ली क्योंकि ध्यान के दौरान उसे नींद महसूस होती थी। पलकों से दस चाय के पौधे उग आये। इन पौधों की पत्तियों को जब गर्म जल में डाला गया और पीने से नींद गायब हो गई।"
"Tea was first drunk in China," Rajvir added, "as far back as 2700 B.C.! In fact words such as tea, ‘chai’ and ‘chini’ are from Chinese. Tea came to Europe only in the sixteenth century and was drunk more as medicine than as beverage."
"चाय सबसे पहले चीन में पी गई," राजवीर ने आगे कहा, "इतनी पहले जितने कि 2700 ईसा पूर्व! वास्तव में टी, 'चाय' और 'चीनी' जैसे शब्द चीनी भाषा से है। चाय यूरोप में केवल सोलहवीं शताब्दी में आई और एक पेय पदार्थ की तुलना में औषधि के रूप में अधिक पी जाती थी।"
"चाय सबसे पहले चीन में पी गई," राजवीर ने आगे कहा, "इतनी पहले जितने कि 2700 ईसा पूर्व! वास्तव में टी, 'चाय' और 'चीनी' जैसे शब्द चीनी भाषा से है। चाय यूरोप में केवल सोलहवीं शताब्दी में आई और एक पेय पदार्थ की तुलना में औषधि के रूप में अधिक पी जाती थी।"
The train clattered into Mariani junction. The boys collected their luggage and pushed their way to the crowded platform.
रेलगाड़ी खड़खड़ाहट करती हुई मरिआनी जंक्शन में गई। लड़कों ने अपना सामान एकत्र किया और भीड़ भरे प्लेटफॉर्म की ओर धकेलते हुए (दूसरों को) अपने रास्ते चल पड़े।
रेलगाड़ी खड़खड़ाहट करती हुई मरिआनी जंक्शन में गई। लड़कों ने अपना सामान एकत्र किया और भीड़ भरे प्लेटफॉर्म की ओर धकेलते हुए (दूसरों को) अपने रास्ते चल पड़े।
Pranjol’s parents were waiting for them.
प्रान्जोल के माता-पिता उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे।
प्रान्जोल के माता-पिता उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे।
Soon they were driving towards Dhekiabari, the tea-garden managed by Pranjol’s father.
जल्द ही वे ढेकियाबारी की ओर गाड़ी चला रहे थे, जहाँ प्रान्जोल के पिता द्वारा चाय-बागान का प्रबन्धन किया जाता था।
जल्द ही वे ढेकियाबारी की ओर गाड़ी चला रहे थे, जहाँ प्रान्जोल के पिता द्वारा चाय-बागान का प्रबन्धन किया जाता था।
An hour later the car veered sharply off the main road. They crossed a cattle-bridge and entered Dhekiabari Tea Estate.
एक घंटे के उपरान्त कार मुख्य सड़क से तेजी से मुड़ गई। उन्होंने एक मवेशी-पुल पार किया और ढेकियाबारी चाय बागान में प्रवेश किया।
एक घंटे के उपरान्त कार मुख्य सड़क से तेजी से मुड़ गई। उन्होंने एक मवेशी-पुल पार किया और ढेकियाबारी चाय बागान में प्रवेश किया।
On both sides of the gravel-road were acre upon acre of tea bushes, all neatly pruned to the same height. Groups of tea-pluckers, with bamboo baskets on their backs, wearing plastic aprons, were plucking the newly sprouted leaves.
बजरी की सड़क के दोनों किनारों पर एकड़ के एकड़ चाय की झाड़ियाँ थी, सभी को सफाई से समान ऊँचाई तक कांटा-छांटा गया था। चाय तोड़ने (चुनने) वालों के समूह, पीठ पर बाँस की टोकरियों के साथ, प्लास्टिक के एप्रन पहने, नई अंकुरित पत्तियों को तोड़ रहे थे।
बजरी की सड़क के दोनों किनारों पर एकड़ के एकड़ चाय की झाड़ियाँ थी, सभी को सफाई से समान ऊँचाई तक कांटा-छांटा गया था। चाय तोड़ने (चुनने) वालों के समूह, पीठ पर बाँस की टोकरियों के साथ, प्लास्टिक के एप्रन पहने, नई अंकुरित पत्तियों को तोड़ रहे थे।
Pranjol’s father slowed down to allow a tractor, pulling a trailer-load of tea leaves, to pass.
प्रान्जोल के पिता ने चाय की पत्तियों से भरे ट्रेलर को खींचने वाले ट्रैक्टर को गुजरने की अनुमति देने के लिए गति धीमी की।
प्रान्जोल के पिता ने चाय की पत्तियों से भरे ट्रेलर को खींचने वाले ट्रैक्टर को गुजरने की अनुमति देने के लिए गति धीमी की।
"This is the second-flush or sprouting period, isn’t it, Mr Barua?" Rajvir asked. "It lasts from May to July and yields the best tea."
"यह दूसरी-लालिमा या अंकुरण की अवधि है, है ना, श्रीमान बरूआ?" राजवीर ने पूछा। "यह मई से जुलाई तक रहता है और सबसे अच्छी चाय पैदा करता है।"
"यह दूसरी-लालिमा या अंकुरण की अवधि है, है ना, श्रीमान बरूआ?" राजवीर ने पूछा। "यह मई से जुलाई तक रहता है और सबसे अच्छी चाय पैदा करता है।"
"You seem to have done your homework before coming," Pranjol’s father said in surprise.
"तुम्हें लगता है कि तुमने आने से पहले अपना गृहकार्य कर लिया है," प्रान्जोल के पिता ने आश्चर्य में कहा।
"तुम्हें लगता है कि तुमने आने से पहले अपना गृहकार्य कर लिया है," प्रान्जोल के पिता ने आश्चर्य में कहा।
"Yes, Mr Barua," Rajvir admitted. "But I hope to learn much more while I’m here."
"हाँ, श्रीमान बरूआ," राजवीर ने स्वीकार किया। "लेकिन मुझे उम्मीद है कि बहुत अधिक सीखूँगा जब तक मैं यहाँ हूँ।"
"हाँ, श्रीमान बरूआ," राजवीर ने स्वीकार किया। "लेकिन मुझे उम्मीद है कि बहुत अधिक सीखूँगा जब तक मैं यहाँ हूँ।"
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